शहडोल/रायपुर। अंधविश्वास इतना ज्यादा बड़ गया हैं कि अब ये जान लेने तक के लिए उतारू हो चुका हैं। एक बार फिर इसी तरह का मामला सामने आया है। मामला मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के आदिवासी इलाके का हैं। जहां झाड़फूंक के चक्कर ने एक 3 महीने की मासूम बच्ची की जान ले ली। बच्ची को निमोनिया हुआ था, जिसे ठीक करने के लिए लोहे की गर्म सलाखों से शरीर पर 51 बार दागा गया। मासूम बच्ची 15 दिनों तक अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ती रही। अंत में उसकी मौत हो गई। बच्ची के शव को दफना दिया गया था, जिसे निकलकर पोस्टमॉर्टम करवाने के लिए भेजा जाएगा।