रामनवमी के पावन पर्व पर इंदौर के प्राचीन बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में पूजा-आरती चल रही थी। पूरा माहौल राममय था। अचानक तेज आवाज के साथ धरती फट गई और कई लोग उसमें समा गए। इनमें कई बच्चे और महिलाएं भी थीं और जो लोग बच गए उन्हें समझ ही नहीं आया कि हुआ क्या है? पूरे मंदिर में बड़ा सा गड्ढा हो गया जिसे देखकर वहां अफरा-तफरी मच गई. थोड़ी देर में बदहवास लोगों को समझ में आया कि मंदिर में बावड़ी की छत धंस गई है। हादसा हवन के दौरान हुआ । 25 से ज्यादा लोग बावड़ी की छत पर बैठे थे। तभी ज्यादा वजन होने की वजह से उसकी छत टूट गई और लोग नीचे गिर गए। बताया जा रहा है कि हादसे में 35 लोगो की मौत हो गई। लेकिन बड़ा प्रश्न यह खड़ा होता है कि इसका जिम्मेदार कौन इंदौर प्रशासन या फिर शिवराज सिंह की सरकार।