रायपुर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मुख्य प्रवक्ता भगवानू नायक ने कहा है कि एक तरफ तो छत्तीसगढ़ की भावी पीढ़ी नशे के गिरफ्त हो रही है। वहीं दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ शासन के कद्दावर मंत्री अमरजीत भगत को शराबबंदी से संबंधित महत्वपूर्ण सवाल सुनाई नहीं देता है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। भगवानू नायक ने कहा है कि मंत्री अमरजीत भगत ने अपने नवप्रभार जिला राजनांदगांव आगमन के दौरान पत्रकारों के शराबबंदी के विषय में पूछे सवाल पर सवाल सुनाई नहीं देने की बात कही है। इसकी आलोचना प्रदेश भर में की जा रही है। जनहित से जुड़े सवाल को सुनाई नहीं देना कहना मंत्री को शोभा नहीं देता। ऐसा कहकर सरकार में बैठे जिम्मेदार लोग अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते, जवाब तो देना पड़ेगा और यदि जवाब नहीं है तो सत्ता में बने रहने का भी अधिकार नहीं है। भगवानू नायक ने कहा है कि एक तरफ तो सरकार के पास शराबबंदी का जवाब नहीं है। वहीं दूसरी तरफ अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर शनिवार को जिला प्रशासन रायपुर और समाज कल्याण विभाग की ओर से शहर में नशा निवारण का संदेश देने के लिए 4 गाड़ियों को सजा कर रवाना किया जाता है। जो कि नशा निवारण के नाम पर एक दिखावा और ढोंग है। वास्तव में सरकार यदि नशा निवारण करना चाहती है तो चुनावी घोषणा पत्र में किए वादे के अनुरूप प्रदेश में तत्काल पूर्ण रूप से नशाबंदी, शराबबंदी की घोषणा करनी चाहिए। मंत्री मरजीत भगत को अजीत जोगी युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप साहू के नेतृत्व में 26 जून को दोपहर 3 बजे श्रावण यंत्र भेंट करेगी।