पटना/रायपुर। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड में वापसी के बाद एक बार फिर उपेंद्र कुशवाहा ने इस्तीफा दे दिया। इतना ही नहीं राजद पार्टी के तेजस्वी यादव से नाराज कुशवाह ने अपनी खुद की नई पार्टी ‘राष्ट्रीय लोकतांत्रिक जनता दल’ के गठन की घोषणा भी कर दी है। वहीं, जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने अपनी पार्टी के संसदीय बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष कुशवाहा को ‘‘अति महत्वाकांक्षी’’करार दिया। राजीव रंजन ने कहा कि, उनकी (कुशवाहा) पार्टी के भीतर वापसी का सभी के द्वारा विरोध किया गया था, लेकिन मुख्यमंत्री के आग्रह पर उनकी जदयू में फिर से वापसी हुई थी और कुशवाहा ने आश्वासन दिया था कि अब ‘‘मैं यहीं जिऊंगा और मरूंगा।’’ कुशवाहा ने यह भी घोषणा की कि वह बिहार विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा देने के लिए सदन के सभापति से मिलने का समय दिए जाने की मांग करेंगे। बता दें,कुशवाहा ने आरोप लगाया कि नीतीश ने यह संकेत देकर कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव महागठबंधन के भावी नेता होंगे, राजनीतिक पूंजी गिरवी रख दी। हालांकि, ललन ने कहा कि कुशवाहा, जो उस समय राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के प्रमुख थे, ने 2018 में राजग छोड़ने के बाद राजद के साथ गठबंधन किया था और उन्हें तब तेजस्वी यादव ठीक लग रहे थे।जदयू प्रमुख ने कुशवाहा के इस आरोप को भी खारिज कर दिया कि पार्टी के वास्तविक नेता नीतीश अब स्वयं निर्णय नहीं लेते बल्कि ‘‘निहित स्वार्थों वाली एक मंडली की सलाह’’ पर काम करते हैं।